Thursday, 30 July 2020

गौतम बुद्ध के शिष्यों के साथ यात्रा पर जा रहे थे, तभी उन्हें एक जगह बहुत सारे गड्ढे दिखाई दिए तो शिष्य ने तथागत से इसका रहस्य पूछा



मेहनत तो सभी करते हैं, लेकिन सफलता कुछ ही लोग हासिल कर पाते हैं। कुछ लोग लक्ष्य हासिल होने से पहले ही रास्ता बदल लेते हैं, इस वजह से भी वे सफल नहीं हो पाते हैं। इस संबंध में गौतम बुद्ध का एक प्रेरक प्रसंग प्रचलित है। इस प्रसंग में सुखी जीवन और सफलता पाने के सूत्र बताए गए हैं। अगर इन सूत्रों को जीवन में उतार लिया जाए तो हम कई परेशानियों से बच सकते हैं और अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं।

प्रचलित प्रसंग के अनुसार गौतम बुद्ध अपने शिष्यों के साथ एक गांव से दूसरे गांव यात्रा करते थे। एक दिन वे अपने शिष्यों के साथ किसी गांव में उपदेश देने जा रहे थे। गांव पहुंचने से पहले ही एक जगह उन्हें बहुत सारे गड्ढे दिखाई दिए।

बुद्ध का एक शिष्य इन गड्ढों को देखकर सोचने लगा कि इनका रहस्य क्या है? उसने पूछा कि तथागत कृपया बताएं इन गड्ढों का रहस्य क्या है, एक साथ इतने सारे गड्ढे किसने खोदे और क्यों?

गौतम बुद्ध ने कहा कि किसी व्यक्ति ने पानी की तलाश में ने इतने सारे गड्ढे खोदे हैं। अगर वह धैर्यपूर्वक एक ही जगह पर गड्ढा खोदता तो उसे पानी अवश्य मिल जाता, लेकिन वह थोड़ी देर गड्ढा खोदता और पानी न मिलने पर दूसरी जगह गड्ढा खोदना शुरू कर देता। इस वजह से उस व्यक्ति को कहीं भी पानी नहीं मिला।

बुद्ध ने शिष्यों को समझाया कि अगर कोई व्यक्ति किसी काम में सफल होना चाहता है तो उसे कड़ी मेहनत करनी होती है, लेकिन कड़ी मेहनत के साथ ही स्वभाव में धैर्य होना भी जरूरी है। कभी-कभी लंबे समय तक मेहनत करने के बाद ही सफलता मिल पाती है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को धैर्य बनाए रखना चाहिए, वरना सफलता नहीं मिल पाती है। धैर्य के साथ ही एक दिशा में आगे बढ़ते रहना चाहिए, तभी सफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ती हैं।

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