इस्कॉन की सर्वोच्च संचालन समिति के गवर्निंग बॉडी के कमिश्नर और प्रमुख स्वामी भक्तिचारू महाराज का शनिवार को अमेरिका के फ्लोरिडा में कोरोना से निधन हो गया है। अमेरिका में उनका इलाज चल रहा था। पिछले कुछ दिनों से वे वेंटीलेटर पर थे। मल्टी आर्गन फेल्युअर के चलते शनिवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। वे मध्य प्रदेश के उज्जैन इस्कॉन मंदिर में अपना ज्यादातर समय गुजारते थे। 3 जून को वे उज्जैन से अमेरिका गए थे, 18 जून को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
श्री इस्कॉन के संस्थापक आचार्य कृष्णकृपामूर्ति ऐसी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद जी के परम प्रिय शिष्यों में से थे और उन्हें श्रील प्रभुपाद जी की सेवा का अवसर भी मिला। विशेष रूप से प्रभुपाद जी के आखिरी के क्षणों में। अपने गुरु के प्रति निष्ठा के स्वरूप उनके जीवन पर आधारित एक टीवी सीरियल धारावाहिक "अभय चरण " का निर्माण किया था। वे इस्कान की गवर्निंग बॉडी कमीशन के दो बार चेयरमैन रह चुके हैं।
प्रभुपाद जी के द्वारा रचित भक्ति ग्रंथों का बांग्ला भाषा में अनुवाद कर उन्होंने कृष्ण भक्तों को एक अनोखा उपहार दिया है।
उज्जैन का इस्कॉन मंदिर भी उन्होंने कृष्ण भक्ति के प्रचार प्रसार के लिए समर्पित किया। वे समस्त विश्व में कृष्ण भक्ति के प्रचार के लिए भ्रमण करते थे और यूरोप तथा अफ्रीका और अन्य देशों के जीवीसी भी थे।
उनका सदैव विचार रहता था कि आधुनिक तकनीकों का कृष्ण भक्ति के प्रचार प्रसार में अधिक से अधिक उपयोग किया जाए ।
उनका कंठ बहुत ही मधुर था और उनके भजनों को बहुत ही प्रेम से सुना जाता था विशेष रूप से दशम स्कंध के गोपियों के बिरह में गाया गया गोपी गीत समूचे इस्कॉन में श्रद्धांजलि भजन कीर्तन किए जा रहे हैं और उनका शरीर अभी अमेरिका में है।
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