स्कंद पुराण के अनुसार आषाढ़ महीने के कृष्णपक्ष की एकादशी के दिन योगिनी एकादशी व्रत करने का विधान है। इस बार 16 जून को एकादशी तिथि है, लेकिन व्रत 17 जून को किया जाएगा। क्योंकि धर्मसिंधु ग्रंथ में बताया गया है कि जब एकादशी और द्वादशी तिथि साथ रहे तो ये व्रत करना चाहिए। इस बार यह 17 जून को है। इस दिन विष्णुजी की पूजा की जाती है। योगिनी एकादशी व्रत के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने का भी विशेष महत्व है।
जरूरतमंदों को करें दान
इस दिन नहाकर साफ कपड़े पहनें। फिर भगवान विष्णु की
रखें मन स्थिर और शांत
एकादशी का व्रत रखने वाले उपासक को अपना मन स्थिर एवं शांत रखना चाहिए। किसी भी प्रकार की द्वेष भावना या क्रोध मन में न लाएं। दूसरों की निंदा न करें। इस एकादशी पर श्री लक्ष्मी नारायण का पवित्र भाव से पूजन करना चाहिए। भूखे को अन्न तथा प्यासे को जल पिलाना चाहिए। एकादशी पर रात्रि जागरण का बड़ा महत्व है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar
https://ift.tt/3fruzd7
No comments:
Post a Comment