Sunday, 4 October 2020

साप्ताहिक पंचांग, 4 से 11 अक्टूबर के बीच सिर्फ 2 दिन ही रहेंगे व्रत, लेकिन ज्योतिषीय नजरिये से खास रहेगा हफ्ते का आखिरी दिन



हिंदू कैलेंडर के अनुसार अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में गणेश चतुर्थी और कालाष्टमी व्रत रहेगा। इनके अलावा कोई तीज-त्योहार नहीं है। अधिक मास के कारण ऐसी स्थिति बन रही है। अधिक मास में कोई पर्व या उत्सव नहीं होता है। इस दौरान सिर्फ भगवान विष्णु की पूजा के साथ व्रत-उपवास और स्नान दान किया जाता है। इस हफ्ते अधिक मास के कृष्णपक्ष के 7 दिन पूरे हो जाएंगे और उसके बाद अधिक मास के आखिरी 7 दिन ही बचेंगे। इस सप्ताह में विश्व दृष्टि दिवस, वायु सेना दिवस और राष्ट्रीय डाक दिवस जैसे खास दिन रहेंगे। ज्योतिष के नजरिये से भी ये हफ्ता सामान्य रहेगा। इस सप्ताह सूर्य चित्रा नक्षत्र में आ जाएगा। इसके अलावा सप्ताह के आखिरी दिन रविपुष्य योग बनेगा। वहीं, 4 दिन खरीदारी और शुभ कामों के लिए मुहूर्त रहेंगे।

5 से 11 अक्टूबर तक का पंचांग

5 अक्टूबर, सोमवार – अश्विन, अधिक कृष्णपक्ष, चतुर्थी
6 अक्टूबर, मंगलवार – अश्विन अधिक कृष्णपक्ष, चतुर्थी और पंचमी
7 अक्टूबर, बुधवार – अश्विन अधिक कृष्णपक्ष, पंचमी और षष्ठी
8 अक्टूबर, गुरुवार – अश्विन अधिक कृष्णपक्ष, षष्ठी
9 अक्टूबर, शुक्रवार – अश्विन अधिक कृष्णपक्ष, सप्तमी
10 अक्टूबर, शनिवार – अश्विन अधिक कृष्णपक्ष, अष्टमी
11 अक्टूबर, रविवार – अश्विन अधिक कृष्णपक्ष, नवमी

अन्य महत्वपूर्ण दिन और जयंती
8 अक्टूबर, गुरुवार – वायुसेना दिवस और विश्व दृष्टि दिवस
10 अक्टूबर, शनिवार – राष्ट्रीय डाक दिवस

ज्योतिषीय नजरिये से ये सप्ताह
6 अक्टूबर, मंगलवार – सर्वार्थसिद्धि योग
7 अक्टूबर, बुधवार – सर्वार्थसिद्धि और रवियोग
8 अक्टूबर, गुरुवार – रवियोग
11 अक्टूबर, रविवार – सर्वार्थसिद्धि योग और रविपुष्य योग

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


Weekly almanac, fast will remain for only 2 days between October 4 to 11, but from the astrological perspective, the last day of the week will be special

from Dainik Bhaskar
https://ift.tt/2Ggnn7R

No comments:

Post a Comment

कैसे तोड़ें ? - मन और जगत के बंधन को || How to break the bond between mind and world?

श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम  सच्चिदानंद भगवान की जय। सनातन धर्म की जय।  अभी-अभी आप बहुत सुंदर कथा सुन रहे थे। मेरे क...