Monday, 14 September 2020

दीपावली के बाद खुलेगा मंदिर, 20 साल से कम और 50 साल से ज्यादा के लोग नहीं कर पाएंगे दर्शन, दर्शन से पहले और बाद क्वारैंटाइन करने का भी प्रस्ताव



केरल के सबसे चर्चित सबरीमाला मंदिर को दीपावली के बाद ही आम लोगों के लिए खोलने की सहमति बनी है। राज्य के धर्मस्व विभाग ने ये स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण फिलहाल मंदिर में आम श्रद्धालु नहीं जा सकेंगे। दीपावली के बाद 16 नवंबर से मंदिर खुल सकता है। मंदिर में दर्शन शुरू करने को लेकर एक विशेष समिति ने कुछ सुझाव दिए हैं। इन पर अमल हुआ तो ये किसी भी मंदिर में दर्शन करने की सबसे सख्य गाइडलाइन हो सकती है।

हालांकि, अभी मंदिर का प्रबंधन देखने वाला त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड इसे लेकर कुछ स्पष्ट करने की स्थिति में नहीं है। लेकिन, बोर्ड के मुताबिक समिति ने सरकार को अपने प्रस्ताव भेजे हैं, जिन पर सरकार विचार करने के बाद निर्णय लेगी। अगर ये नियम लागू होते हैं तो यहां दर्शन करने वाले हर श्रद्धालु को करीब 24 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा। 14 दिन दर्शन से पहले और 10 दिन दर्शन के बाद। इसके अलावा भी कई और सुझाव सरकार को दिए गए हैं।

केरल का धर्मस्व और सांस्कृतिक विभाग इस बात को लेकर स्पष्ट कर चुका है कि अभी मंदिर में जो पूजाएं हो रही हैं, उसमें किसी को प्रवेश नहीं दिया जाता है। 16 से 21 सितंबर तक मंदिर को मासिक पूजा के लिए खोला जाएगा लेकिन अभी इसमें किसी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं मिलेगा। सरकार इस समय गाइडलाइन तय करने पर काम कर रही है।

खास होते हैं दो महीने, 30 लाख श्रद्धालु करते हैं दर्शन

नवंबर-दिसंबर के दो महीने सबरी माला मंदिर के लिए खास होते हैं। मलयालम कैलेंडर में इन्हें मंडलम् और मकरविलक्कू माह कहा जाता है। इन महीनों में यहां अयप्पा स्वामी के दर्शन का महत्व है और मंदिर में विशेष आयोजन होते हैं। करीब डेढ़ महीने यहां श्रद्धालुओं का हुजूम रहता है। पिछले कुछ सालों में इन दो महीनों में यहां दर्शनार्थियों की संख्या 30 लाख तक होती है।

विशेष समिति ने दिए हैं ये सुझाव

  • दर्शन के लिए 20 साल से कम और 50 साल से अधिक के लोगों को अनुमति ना मिले।
  • मंदिर में दर्शन से पहले 14 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड आवश्यक हो।
  • दर्शन करने के बाद भी 10 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड हो।
  • मंदिर में एक समय में 5000 लोगों को प्रवेश मिले।
  • मंदिर में रेगुलर कोविड-19 टेस्ट हों।
  • कर्मचारियों पर भी ये नियम लागू हों।
  • प्रमुख पूजाओं के समय 50 लोगों की ही उपस्थिति रहे।
  • इसके अलावा भी कई सिफारिशें जैसे ऑनलाइन अनुमति, वर्चुअल क्यू सिस्टम, प्रसाद और हार-फूल जैसी चीजों की मनाही आदि की भी हैं।

लंबे समय विवादों में रहा है सबरीमाला मंदिर
सबरी माला मंदिर काफी समय विवादों में रहा है। इस मंदिर में 10 साल से ज्यादा और 50 साल से कम की महिलाओं को प्रवेश और पूजा की अनुमति नहीं है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद भी स्थिति वही है। राज्य में आंदोलन भी हुए हैं और कई महिलाओं के जबरिया तरीके से मंदिर में प्रवेश की कोशिश भी की है।

क्या है सबरी माला मंदिर
सबरीमाला, अयप्पा स्वामी का मंदिर है। अयप्पा स्वामी को भगवान शिव और भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप की संतान माना जाता है। जो नदी के किनारे राजा को मिले थे। राजा ने उन्हें पुत्र की तरह पाला था। अयप्पा स्वामी अविवाहित थे। उनके भवन में महिलाओं का प्रवेश निषेध था।

पिछले दस दिन में बढ़े हैं कोरोना केस
पिछले 10 दिन में केरल में फिर से कोरोना केस तेजी से बढ़े हैं। इस समय राज्य में 30 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। इस समय रोजाना 7 हजार से ज्यादा केस निकल रहे हैं।

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Sabrimala Temple will open after Deepawali, people below 20 years and not more than 50 years will not be able to offer darshan, also offer to quarantine before and after darshan

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