Tuesday, 9 June 2020

बाहरी लोगों के लिए उत्तराखंड के चारधाम में दर्शन बंद रहेंगे, बद्रीनाथ में 1200 स्थानीय लोग रोज कर सकेंगे दर्शन



देशभर में कई बड़े मंदिर दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए गए हैं, लेकिन उत्तराखंड के चारधाम यमनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिर में राज्य से बाहर केभक्तों का प्रवेश वर्जित रहेगा। इस संबंध में इन मंदिरों के पुजारियों और समितियों ने सरकार से अपील की थी कि अभी देशभर में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है, ऐसी स्थिति में बाहरी लोगों की वजह से इन पर्वतीय क्षेत्रों में भी संक्रमण फैल सकता है। इसीलिए अभी इन चारधामों की यात्रा शुरू नहीं करनी चाहिए।

बद्रीनाथ के धर्माधिकारी भुवनचंद्र उनियाल ने बताया कि अभी इ

न धामों की यात्रा शुरू करने के लिए समय सही नहीं है। बाहरी लोगों के आने ये यहां के लोगों में कोरोना फैल सकता है।जिला प्रशासन ने मंदिर समितियों और पुजारियों की बात उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् बोर्ड तक पहुंचा दी थी।

देवस्थानम् बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि मंदिर समितियों और पुजारियों की अपील पर विचार करने के बाद बोर्ड ने निर्णय लिया है कि 30 जून तक इन मंदिरों में अन्य प्रदेशों केबाहरी भक्तों का प्रवेश वर्जित रहेगा, लेकिन स्थानीय भक्त इन मंदिरों में दर्शन कर सकते हैं।

स्थानीय दर्शनार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा। अब से 30 जून तक बद्रीनाथ में 1200, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमनोत्री में 400 स्थानीय भक्त दर्शन के लिए जा सकेंगे। इन मंदिरों के क्षेत्रों के होटल, गेस्ट हाउस को भी नियमों का पालन करना होगा।

ऐसी रहेगी दर्शन व्यवस्था

रोज सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक भक्त दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए भक्तों को देवस्थानम् बोर्ड से टोकन प्राप्त करना होंगे। ये टोकन भी निश्चित समय के लिए दिए जाएंगे। 1 घंटे में करीब 120 भक्त दर्शन कर पाएंगे। सभी भक्तों को दूरी बनाए रखना होगी। यहां सिर्फ दर्शन कर सकेंगे। मंदिर में बैठने, रुकने और पूजा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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Darshan will remain closed for outsiders in Chardham of Uttarakhand, 1200 local people will be able to visit Darshan daily in Badrinath.

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